एक तरह के छह कप

 आज घर आए मेहमान 
और जैसा कि है रिवाज़
ठंडे पानी के गिलास के बाद
चाय बिस्कुट का आया चांस 

तभी श्रीमती जी ने भीतर बुलाया
अजी चाय तो है तैयार पर...
पर क्या? मैं खड़ा हैरान
छह तरह के एक से कप नहीं हैं

पर गए कहाँ? अभी पिछले हफ्ते ही
तो इसी कारण से नए सेट लाए थे
जब शर्मा के 5 लोग एक दिन पहले
चाय पर घर आए थे

हाँ हाँ पर एक तो बर्तन धोते
दूसरे दिन ही टूट गया
दूसरा चिंटू की भाग दौड़ में गया
तीसरे में एक क्रैक सा खडा दिखा

ओहो! तो अब बचे तीन
और पांच लोग हैं आए
अरे भाई फिर परोसो रंगीन अंदाज में
कुछ लाल कुछ सफेद कपों में चाय

चाहे जितना भी कर लो प्रयास
कि बना रहे सेट रूपी सम्मान
पर मेहमान जब जब आते घर
तो नहीं मिलते एक तरह के छह कप

 

Comments

Popular posts from this blog

Campus

Black Coffee

broken beauty!